Friday, 15 November 2019

गीली रेत पे पाँव रखे तो सर्द मौसम का एहसास हुआ, याद आया गर्म मौसम तो अब विदा हुआ.. ''सरगोशियां ''  आप की शायरा 

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...