जो रूह से महसूस हो कर सीधा रूह मे उतरे...जिस को ना कभी देखा,ना कभी मिले ना कभी मिले गे...
प्यार ऐसा भी होता है...फिर भी जो इक दूजे को समर्पित हो,खामोश हो..वो प्यार शुद्धता से भी,कही
जयदा शुद्ध है...कोई कहे यह अलौकिक है...ना कुछ रिश्ता,ना कोई मांग है..फिर भी रूह के बहुत पास
है..सदियों मे मिलती है ऐसी रूहे,तक़दीर वाली होती है ऐसी रूहे..तक़दीर वाले ही इस प्यार को समझ
सकते है..''यह है वो बेखौफ रूहे जो सिर्फ सपनो मे ही मिला करती है''...
प्यार ऐसा भी होता है...फिर भी जो इक दूजे को समर्पित हो,खामोश हो..वो प्यार शुद्धता से भी,कही
जयदा शुद्ध है...कोई कहे यह अलौकिक है...ना कुछ रिश्ता,ना कोई मांग है..फिर भी रूह के बहुत पास
है..सदियों मे मिलती है ऐसी रूहे,तक़दीर वाली होती है ऐसी रूहे..तक़दीर वाले ही इस प्यार को समझ
सकते है..''यह है वो बेखौफ रूहे जो सिर्फ सपनो मे ही मिला करती है''...