ईमानदारी और वफ़ा के सबूत हम को दीजिए और फिर से हमारे करीब आ जाइए...मसले सारे हल हो
जाए गे...टुकड़ों मे मत बटिये,सिर्फ हमारे और हमारे हो जाइए..मसले हल हो जाए गे...दिल और रूह
के अपने दरवाजे मे ठीक से झांकिए,फालतू सूरतें कचरे मे फेंक दीजिए..सब मसले ही हल हो जाए गे...
सर से पांव तक सिर्फ और सिर्फ,हमारे हो जाइए...मसले सारे हल हो जाए गे...नहीं तो दूरियां बने गी
ज़िल्लते और हम तुम हमेशा के लिए जुदा हो जाए गे...