Friday, 26 February 2021

 सवाल तो दिल मे रौशनी होने से था मगर उन्हों ने दिल मे चिराग ही जला लिए...हम ने तो सोचा था कि 


वो बहुत समझदार है मगर उन्हों ने दिलों के मायने ही बदल दिए...क्या समझाए आप को कि दिल 


मुहब्बत मे जला नहीं करते...दिल के रौशन-दान मे दिए हमेशा इबादत के जलते है...चिराग ना जलाइए 


यह मुहब्बत को तबाह करने की निशानी है..दिया रौशन कीजिए और मुहब्बत को कामयाब कर दीजिए..


मिसाल मुहब्बत की ऐसे नहीं बना करती...जहां एक दिल दूजे के दिल से ही रौशन हो जाए,बस यह 


मुहब्बत क़ुरबान की सीढ़ी वही पे चढ़ती है...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...