Sunday 4 October 2020

 यह नैना नींद से भरे हुए..

यह नैना सपनों से भी भरे हुए...

यह नैना आंसू की धारा से भरे हुए..

यही नैना सैलाब की परतो से ढके हुए...

नैना जो देख कर भी सब,अनदेखा कर गए..

यह नैना जो कभी मचल मचल गए...

नैनो की परिभाषा बहुत लम्बी है..

पर अभी यह नैना बहुत ही थके हुए...

नैना जो बस बंद होने को है..

नैना जो बस नींद की आगोश मे जाने को है....

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...