Thursday 15 October 2020

 कितनी चमक है इस आसमां मे आज...यह सूरज प्यार की लो से दमका है आज..कुछ बहुत खास 


फैसला होने वाला है आज...सुन रे सजना मेरे..उदासी का लबादा उतार दे ना आज..खुशियां बस 


दस्तक देने को है..निराशा के घोर बादल बस जाने को है...रौनक हमारे चेहरे पे बहुत ही खास है आज..


तू सुने ना सुने,पर वो तो सुन रहा है सब कुछ आज...उस की और मेरी बातें तुझ को कभी समझ ना आए 


गी...धीमे से कह दिया उस के कानों मे, फरियाद का अपना वही अंदाज़...शाम ढले और चाँद हमारे 


अंगना ना उतरे,ऐसा तो नहीं होगा आज... 

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...