कितनी चमक है इस आसमां मे आज...यह सूरज प्यार की लो से दमका है आज..कुछ बहुत खास
फैसला होने वाला है आज...सुन रे सजना मेरे..उदासी का लबादा उतार दे ना आज..खुशियां बस
दस्तक देने को है..निराशा के घोर बादल बस जाने को है...रौनक हमारे चेहरे पे बहुत ही खास है आज..
तू सुने ना सुने,पर वो तो सुन रहा है सब कुछ आज...उस की और मेरी बातें तुझ को कभी समझ ना आए
गी...धीमे से कह दिया उस के कानों मे, फरियाद का अपना वही अंदाज़...शाम ढले और चाँद हमारे
अंगना ना उतरे,ऐसा तो नहीं होगा आज...