मेरे वज़ूद की आंच से तुझे गर ख़ुशी मिले तो मेरा जन्म सफल हो जाए..तेरे दर्द की गहरी धारा,मेरी
चाहत से गर तेरी हंसी मे बदल जाए तो मुझे सकून मिल जाए..काम के बोझ से तेरा जिस्म गर थक गए,
मेरी याद भर से तू फिर से खिल जाए तो यक़ीनन मेरी मुहब्बत को करार आ जाए..रो दे कभी जो मुझे
याद कर के,मेरी खिलखिलाती आवाज़ के जादू से तू मदहोश हो जाए तो मेरी रूह को आराम मिल
जाए..मुहब्बत तो वही जो तुझ को हज़ारो गमों से आज़ाद कर दे..तेरी हर तकलीफ मैं खुद मे जज़्ब कर
लू ..ऐसा गर हो जाए तो मुझे सकून की नींद मिल जाए....
चाहत से गर तेरी हंसी मे बदल जाए तो मुझे सकून मिल जाए..काम के बोझ से तेरा जिस्म गर थक गए,
मेरी याद भर से तू फिर से खिल जाए तो यक़ीनन मेरी मुहब्बत को करार आ जाए..रो दे कभी जो मुझे
याद कर के,मेरी खिलखिलाती आवाज़ के जादू से तू मदहोश हो जाए तो मेरी रूह को आराम मिल
जाए..मुहब्बत तो वही जो तुझ को हज़ारो गमों से आज़ाद कर दे..तेरी हर तकलीफ मैं खुद मे जज़्ब कर
लू ..ऐसा गर हो जाए तो मुझे सकून की नींद मिल जाए....