यह चंचल चपल नैना कुछ कहते है तुम से..नहीं जानते अब कि क्या कहना चाहते है तुम से..इन की
भाषा शायद तुम समझ पाओ,यह मेरी कम तुम्हारी जयदा सुनते है..धड़कने दिल की बेहिसाब है,कैसे
गिने कि यह तो बेलगाम है. सुनना जरा शायद यह तुम से कुछ कहना चाहती है..मेरी पायल की रुनझुन
कुछ कहती ही नहीं,खामोश है छन छन भी करती नहीं..लगता है,सारे सवालों के जवाब यह तुम्ही को
देने वाले है..आखिर यह मेहमान जो तुम्हारे है...
भाषा शायद तुम समझ पाओ,यह मेरी कम तुम्हारी जयदा सुनते है..धड़कने दिल की बेहिसाब है,कैसे
गिने कि यह तो बेलगाम है. सुनना जरा शायद यह तुम से कुछ कहना चाहती है..मेरी पायल की रुनझुन
कुछ कहती ही नहीं,खामोश है छन छन भी करती नहीं..लगता है,सारे सवालों के जवाब यह तुम्ही को
देने वाले है..आखिर यह मेहमान जो तुम्हारे है...