बेपनाह प्यार से जो भरे तो रास्ते क्यों खूबसूरत हो गए...हर कदम जो चले,तेरे प्यार से क्यों घायल हो
गए..यह नैना मेरे क्यों लगा,आज जयदा कजरारे हो गए..बात-बात पे बिन वजह मुस्कुरा दे,ऐसे दिल के
इशारे भला क्यों हो गए..इस क्यों का जवाब कहाँ ढूंढे,हम तो आज खुद से ही बेगाने जो हो गए..सूरज
की लो है भी तो इतनी गहरी,अपनी क्यों का जवाब पूछे भी तो कैसे,जल के मर जाए गे उस की ताप से
फिर से दुबारा...
गए..यह नैना मेरे क्यों लगा,आज जयदा कजरारे हो गए..बात-बात पे बिन वजह मुस्कुरा दे,ऐसे दिल के
इशारे भला क्यों हो गए..इस क्यों का जवाब कहाँ ढूंढे,हम तो आज खुद से ही बेगाने जो हो गए..सूरज
की लो है भी तो इतनी गहरी,अपनी क्यों का जवाब पूछे भी तो कैसे,जल के मर जाए गे उस की ताप से
फिर से दुबारा...