Thursday 13 February 2020

उस ने कहा,तुम तुम हो हम हम है..''देखो ना जरा,तुम जहां जहां रखते हो कदम,हम परछाई बन होते है

वहां...तेरी हर धड़कन मे रहते है..आँखों को रखो खुली या बंद करो,हर नज़र मे हम ही तो रहते है..

नींद मे हो या सपनो की दुनियाँ मे,दिखते तो हर सपने मे हमी हमी ..रात भर जागो या किताबों को

पढ़ते रहो...लिखो पन्नो पे कभी,सच बोलो..याद हम ही आते है ना तभी..बेवजह मुस्कुरा देना,आइने

को देखो तो भी सूरत उस मे हमारी ही नज़र आना..अब यह ना कहना कि तुम तुम हो हम हम है''...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...