हसरतों का क्या है,ख्वाहिशों का क्या है..रोके गे नहीं तो खुद को मजबूत कैसे बना पाए गे..एक लहर
आती है तो एक लहर जाती है..दौलत-शोहरत का भी क्या भरोसा,यह भी बिन बुलाए आती-जाती है...
प्यार की दुनियाँ गर बस जाए सकूँ से तो इस से जयदा तक़दीर सुहानी क्या होगी..तेरी आगोश मे साँसे
लू,इस से जयदा खुशनसीबी कहाँ होगी..तेरा दर्पण बन कर जिऊ,तू कहे तो तेरी तक़दीर बनू...कुछ ना
सही मगर तेरे लिए तेरा मजबूत साथ तो बनू...
आती है तो एक लहर जाती है..दौलत-शोहरत का भी क्या भरोसा,यह भी बिन बुलाए आती-जाती है...
प्यार की दुनियाँ गर बस जाए सकूँ से तो इस से जयदा तक़दीर सुहानी क्या होगी..तेरी आगोश मे साँसे
लू,इस से जयदा खुशनसीबी कहाँ होगी..तेरा दर्पण बन कर जिऊ,तू कहे तो तेरी तक़दीर बनू...कुछ ना
सही मगर तेरे लिए तेरा मजबूत साथ तो बनू...