Thursday 30 May 2019

भोलापन मासूमियत से भरा नन्हा सा दिल..साफ़-पाक मन और जुबां पे सच के बोल..कह दिया सब

बिना सोचे,बिना जाने.. बेफिक्र कि दुनिया के लोग है कितने शातिर...तेरी भोली बातो से तुझ को ही

डुबोए गे..साथ देने का वादा कर के तेरे जज्बातो से खेल जाए गे..संभल जा,समझ इन के इशारो को ..

प्यार करते है तुझ से,इसलिए साज़िशों से बचाए गे..लगा कर काला टीका अपने धर्म को निभाए गे ..

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...