Wednesday 1 May 2019

नज़र सलाम करे या नज़र उदास रहे-रहती तो तेरे आस पास ही है--दो बून्द आंसू कभी जो छलक आए

उन के बहने की वजह भी तेरे पास ही है--कुछ कह दिया इस दिल ने तुझे,हौसला-अफ़जाई के लिए

नज़र का झुकना लाजमी ही तो है--सपने जो देखे तेरे साथ जीने के लिए,कदम दर कदम साथ चलने

के लिए--यह नज़र ही तो है जिसे बंद करे तो भी तू मेरे आस पास ही तो है--

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...