मौत और ज़िंदगी की जंग मे..पूछा मौत ने, क्या मेरे साथ चलने से डर जाओ गे..मेरा आना निश्चित
है,जरा सोच कर बताओ गे..ज़िंदगी जो है साथ खड़ी,कहा उस ने.. सांसो की कीमत तो मुझ से है,
प्यार के लिए भी मेरी जरुरत है..खुशनसीबी भी मेरे दम से है..हम ना उलझे,ना दोनों से डरे...ऐ
ज़िंदगी तू दे गी जब तल्क साथ भरोसे का,हम तुझी मे खो जाये गे..वरना मौत से भी है उतना ही
प्यार,जो कभी बिखरे बुरी तरह,तो कसम से साथ मौत के ही चले जाये गे...
है,जरा सोच कर बताओ गे..ज़िंदगी जो है साथ खड़ी,कहा उस ने.. सांसो की कीमत तो मुझ से है,
प्यार के लिए भी मेरी जरुरत है..खुशनसीबी भी मेरे दम से है..हम ना उलझे,ना दोनों से डरे...ऐ
ज़िंदगी तू दे गी जब तल्क साथ भरोसे का,हम तुझी मे खो जाये गे..वरना मौत से भी है उतना ही
प्यार,जो कभी बिखरे बुरी तरह,तो कसम से साथ मौत के ही चले जाये गे...