कैसे कह दे कि यह हवाएं सिर्फ गेसुओं को ही उलझा देती है...इन की ताकत तो है इतनी कि यह अपने
तेज़ बहाव से यादें तक उड़ा देती है...संभाल कर रख लेती है सिर्फ मीठी यादें और ताकत से अपनी, दिल
को और मजबूत बना देती है...खुश रहने की,खुश होने की कोई वजह ना भी हो तो वजह भी हज़ारो बना
देती है...अब क्यों ना चले संग-संग इन के..यह तो हम को हमी से मिलवाती रहती है...गज़ब पे गज़ब तो
यह भी कि छुप के रो भी दे तो आंसू भी सुखा देती है...