Saturday 13 March 2021

 बहुत दूर तक चलने का वादा किया था तुम से..पर बीच राह साथ तुम्ही ने छोड़ दिया...हर बात पे हर 


बार यही कहना तेरा ''दूर कभी जाना ना मुझ से''...तुझे देने के लिए हर ख़ुशी,हम ने दुनियाँ से नाता सा 


तोड़ लिया...तेरी ही बाहों मे दम निकले,यह ख़्वाब खुद से ही देख लिया..पर देखो ना,आज तुम साथ 


छोड़ चुके हो मेरा और हम को इल्ज़ाम के घेरे मे तुम्ही ने डाल दिया...आंख बरस जाती है यू ही अक्सर 


कि तेरे ही कहे लफ्ज़ो से तू ही मुकर गया...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...