हर पल याद करे...पल से पल जोड़े तो भी ना यह रात कटे..कभी तेरी यह बात याद करे तो कभी तेरी
वो याद याद करे...मर मर के जिए,भला खाक जिए..जुदाई बहुत लम्बी तो नहीं,मगर भूले तुझे कैसे
और कैसे ना याद करे...सोच रहे है क्या मुहब्बत ऐसी होती है..सोचते है क्या इबादत ऐसे ही होती है..
आंख से बून्द भर आंसू निकला और यह बता गया..मिलन की बेला आने से पहले,कुछ पल इंतज़ार
के भी ज़ी ले..
वो याद याद करे...मर मर के जिए,भला खाक जिए..जुदाई बहुत लम्बी तो नहीं,मगर भूले तुझे कैसे
और कैसे ना याद करे...सोच रहे है क्या मुहब्बत ऐसी होती है..सोचते है क्या इबादत ऐसे ही होती है..
आंख से बून्द भर आंसू निकला और यह बता गया..मिलन की बेला आने से पहले,कुछ पल इंतज़ार
के भी ज़ी ले..