Monday 30 September 2019

थकान से भरा इक चेहरा,बोझ से भरी आंखे भारी भारी..कदम कहते है अब चल नहीं पाए गे,दे दो

अब बाहों का सहारा..सकून से भर जाए गे..सितारों से भरी रात हो,तुम मेरे साथ हो..देखे तुझे तो

कभी देखे उस चाँद को...फिर किसी रूमानी बात पे हंस दे हम साथ साथ..वो पल रुके फिर कही जाए

नहीं..तेरा साथ जब पास हो तो थकान किस बात की..जानम,हम तो पास है,देख लो बस इक नज़र..

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...