Tuesday 24 September 2019

बात बात पे जो उलझे गे तुझ से,तो यक़ीनन प्यार तेरा खो बैठे गे...पाबंदियों से जो बांधे गे तुझे,सच

मे तुझ से दूर हो जाए गे..खुद को खुद से आजमाया तो जाना कि जबरदस्ती से प्यार हासिल नहीं

होता..खुद को शीशे मे उतारा तो खुद की कमियों का एहसास भी हो आया...दूरियां हो या नज़दीकियां

प्यार सिर्फ मासूम दिल को ही हासिल होता है..तुझ पे जो हावी हो जाए गे,यक़ीनन उसी दिन तेरा प्यार

खो बैठे गे.. 

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...