बात बात पे जो उलझे गे तुझ से,तो यक़ीनन प्यार तेरा खो बैठे गे...पाबंदियों से जो बांधे गे तुझे,सच
मे तुझ से दूर हो जाए गे..खुद को खुद से आजमाया तो जाना कि जबरदस्ती से प्यार हासिल नहीं
होता..खुद को शीशे मे उतारा तो खुद की कमियों का एहसास भी हो आया...दूरियां हो या नज़दीकियां
प्यार सिर्फ मासूम दिल को ही हासिल होता है..तुझ पे जो हावी हो जाए गे,यक़ीनन उसी दिन तेरा प्यार
खो बैठे गे..
मे तुझ से दूर हो जाए गे..खुद को खुद से आजमाया तो जाना कि जबरदस्ती से प्यार हासिल नहीं
होता..खुद को शीशे मे उतारा तो खुद की कमियों का एहसास भी हो आया...दूरियां हो या नज़दीकियां
प्यार सिर्फ मासूम दिल को ही हासिल होता है..तुझ पे जो हावी हो जाए गे,यक़ीनन उसी दिन तेरा प्यार
खो बैठे गे..