डर डर कर जिए गे तो बेमौत ही मर जाए गे..तेरी सितम जो सहे गे,कया मुहबबत का
दम भर पाए गे..आजाद कर दे मुझे इन वीरान गलियो से..जिसम मे भर ले मुझे अपना
एहसास बना के..मत भूल कि मै हू तेरी शहजादी-वफा,नसीब हू तेरा खुशियो से भरा..
धडकन हू बनी तेरे दिल की,गर थामे गा नही... साॅसे कैसे लेे पाए गे...
दम भर पाए गे..आजाद कर दे मुझे इन वीरान गलियो से..जिसम मे भर ले मुझे अपना
एहसास बना के..मत भूल कि मै हू तेरी शहजादी-वफा,नसीब हू तेरा खुशियो से भरा..
धडकन हू बनी तेरे दिल की,गर थामे गा नही... साॅसे कैसे लेे पाए गे...