ऱाज है दिल मे इतने गहरे..कि मौत के साथ दफन हो जाए गे--कुछ ऱाज रहे है ऐसे जो
कागज के पननो पे हमारी अमानत बन कर रह जाए गे--चलती साॅसो के साथ जो जुबाॅ
पे ना आया..वो लफजो की कारागरी मे यकीकन जमाने को बता जाए गा--गुनाहो की
नगरी मे गुनाह करने वालो..अब सब दुनिया मे हकीकत मे सामने आ जाए गा----
कागज के पननो पे हमारी अमानत बन कर रह जाए गे--चलती साॅसो के साथ जो जुबाॅ
पे ना आया..वो लफजो की कारागरी मे यकीकन जमाने को बता जाए गा--गुनाहो की
नगरी मे गुनाह करने वालो..अब सब दुनिया मे हकीकत मे सामने आ जाए गा----