टूट जाने के लिए नहीं बनी है यह ज़िन्दगी..क्यों उदास है पगले की तेरे हर कदम पे तेरे साथ चल रही है
यह ज़िन्दगी..तेरी मेहरबानियों की कदरदान मेरी साँसे आज भी है..तेरे दर्द की दास्ताँ सुनने के लिए यह
मुहब्बत कायम आज भी है..जहां लगे तुझे सब ख़त्म हो गया अब,वही से शुरू हो जाये गी...मेरी यह
मुहब्बते ज़िन्दगी की यह जंग...
यह ज़िन्दगी..तेरी मेहरबानियों की कदरदान मेरी साँसे आज भी है..तेरे दर्द की दास्ताँ सुनने के लिए यह
मुहब्बत कायम आज भी है..जहां लगे तुझे सब ख़त्म हो गया अब,वही से शुरू हो जाये गी...मेरी यह
मुहब्बते ज़िन्दगी की यह जंग...