एक वो पयारी सी हॅसी..दिल को बहकाने वाली मुसकुराहट वो तेरी..निगाहो मे निगाहे
डाल कर सीना चीर देने की अदा..पायल को खनका के नीॅद उडाने की तेरी वो खता..फिर
कभी ना मिलने का वादा कर के,मेरेे खवाबो मे आने की तेरी यह ऱजा..कया भूले और
कया याद करे..बस दिले-जिगऱ को बरबाद कर गई तेरी मासूम सी वजह.....
डाल कर सीना चीर देने की अदा..पायल को खनका के नीॅद उडाने की तेरी वो खता..फिर
कभी ना मिलने का वादा कर के,मेरेे खवाबो मे आने की तेरी यह ऱजा..कया भूले और
कया याद करे..बस दिले-जिगऱ को बरबाद कर गई तेरी मासूम सी वजह.....