Monday 7 March 2016

दोसतो--मेरी शायरी को इतना पॅसद करने का शुक्रीया---अब मेरी वेबसाइट पे पढिए मेरी नई शायरी और मेरी कहानिया-----कैसी लगी बताना मत भूलिए गा--    सरगोशिया.काम          sargoshiyan.com

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...