यह मेरी जिॅदगी तेरी अमानत ही तो हैै--मेरे हर सवाल मे उलझी हुई..पर इबादत बस
तेरी ही तो है--कभी भटके जो राहो से..तेरी तसवीर मे सिमटती मेरी उलफत ही तो है--
हजारो रॅग जो दिखा रही यह जिॅदगी..तुझ से लिपटने के लिए मेरी यह बेकरारी ही तो है
--बुला ले अब तो अपने पास मुझे..यह साॅसे अब मेरे लिए बहुत ही भारी है---
तेरी ही तो है--कभी भटके जो राहो से..तेरी तसवीर मे सिमटती मेरी उलफत ही तो है--
हजारो रॅग जो दिखा रही यह जिॅदगी..तुझ से लिपटने के लिए मेरी यह बेकरारी ही तो है
--बुला ले अब तो अपने पास मुझे..यह साॅसे अब मेरे लिए बहुत ही भारी है---