टूटन तेरी चाहत की..देख कहा ले आई है--बिखरे बिखरे गेसूओ मे भी..बस तेरी सूरत ही
नजऱ आई है--दरदेेे दिल से बेहाल है..खुद की जान पे ही बन आई है--तबाही मेरी
जिॅदगी की देखने जरूर आना..कि मौत भी तभी..तेरे इॅतजाऱ मे बुलाई है---
नजऱ आई है--दरदेेे दिल से बेहाल है..खुद की जान पे ही बन आई है--तबाही मेरी
जिॅदगी की देखने जरूर आना..कि मौत भी तभी..तेरे इॅतजाऱ मे बुलाई है---