Thursday, 10 March 2016

यू ना रूठो कि हम मर जाए गे..यह सुन कर हम हॅस दिए---मौत तो बस एक बार आती

है..और तुम मर चुके हो हुसने-यार हम पे---तुमहारे जिसमे-जान की हिफाजत है

जिममा मेरा..कतलेे-आम फिर से हम नही करते--तुम रहो गे मेरे दिल मे मेरी धडकन

बन के..मुहबबत का आगाज कर के फिर अॅजाम की फिकर हम नही करते----

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...