ऱाज इस दिल के सारे..कभी ना बताए गे तुझे--तू कितना कहे कि मुहबबत तेरी..मेरे ही
दिल के करीब है--जो करते है पयार.वो बताया नही करते--हर मोड पे मिल के.खुद की
एहमियत जताया नही करते--दे कर तोहफे.तुम मेरी वफा ना खरीद पाओ गे--मेरे नाम
से कभी खुद का नाम ना जोड पाओ गे--गर करते हो पयार..तो परवाने की तरह जलना
सीखो--हसरतो को छोड कर..मुहबबत मे फना होना सीखो---
दिल के करीब है--जो करते है पयार.वो बताया नही करते--हर मोड पे मिल के.खुद की
एहमियत जताया नही करते--दे कर तोहफे.तुम मेरी वफा ना खरीद पाओ गे--मेरे नाम
से कभी खुद का नाम ना जोड पाओ गे--गर करते हो पयार..तो परवाने की तरह जलना
सीखो--हसरतो को छोड कर..मुहबबत मे फना होना सीखो---