कभी तो नज़र उतार मेरी कि दुनिया को तेरे मेरे रिश्ते से जलन होती है...कभी तो कह दे कि परदे मे
रहो,खूबसूरती से तेरी संसार को महक आती है...पायल की रुनझुन बजती है तो लोगो की निगाहे
रूकती है...सर से आँचल जो सरके तो हवाओ को दिक्कत होती है...हस के जो बात करते है तो फूलो
को जैसे सारी खबर होती है...इक बस तू ही अनजान बैठा है जिसे मेरे तेरे रिश्ते की ना कोई खबर
होती है....
रहो,खूबसूरती से तेरी संसार को महक आती है...पायल की रुनझुन बजती है तो लोगो की निगाहे
रूकती है...सर से आँचल जो सरके तो हवाओ को दिक्कत होती है...हस के जो बात करते है तो फूलो
को जैसे सारी खबर होती है...इक बस तू ही अनजान बैठा है जिसे मेरे तेरे रिश्ते की ना कोई खबर
होती है....