फिजा मे तेरे पयार की महक आज भी है,यकीँ तेऱे पयार पे मुझे आज भी है..
तनहाईयाँ कितनी भी चली हो साथ मेरे,पर तेरे पयार का,तेरे खवाब का..
साथ आज भी हैं....
तनहाईयाँ कितनी भी चली हो साथ मेरे,पर तेरे पयार का,तेरे खवाब का..
साथ आज भी हैं....
दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...