Monday 10 December 2018

हद से गुजरने के लिए,हद से परे जाना भी जरुरी था...प्यार मे पिघलने के लिए,साथ चलना भी

जरुरी था...लबो पे मुस्कान कायम रहे,इस के लिए अंदर से खुश रहना लाज़मी ही था..जब कह ना

सके दिल की बात,नज़रो का सहारा लेना ही इक सहारा था...जब लगा जी ना पाए गे अब तेरे बिना,

मुहब्बत का इज़हार बेहद जरुरी ही तो था...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...