दोसतो--आप के बोलने का लहजा आप केे अॅदर के इॅसान को साबित करता है..आप के बात करने का रूखा अॅदाज आप के रिशतो मेे दरारे डाल सकता है..किसी का दिल तोड सकता है..किसी को दुखी कर सकता है..किसी की आतमा तक को रूला सकता है..याद रखिए रिशते बॅधन बार बार..बार बार नही जुडते...वाणी पे काबू रखिए..ऐसा ना हो कि उमर भर इस बात का पछतावा रहे कि जीते जी आप ने हमेशा के लिए किसी को खो दिया...शबदो का मीठा जादू आप को भगवान् की नजऱो मे भी उठाता है...नई सुबह आप सब के लिए मॅगलमय हो..शुभकामनाए सभी के लिए....
Friday, 12 February 2016
दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....
दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...
-
एक अनोखी सी अदा और हम तो जैसे शहज़ादी ही बन गए..कुछ नहीं मिला फिर भी जैसे राजकुमारी किसी देश के बन गए..सपने देखे बेइंतिहा,मगर पूरे नहीं हुए....
-
मौसम क्यों बरस रहा है आज...क्या तेरे गेसुओं ने इन्हे खुलने की खबर भेजी है----बादल रह रह कर दे रहे है आवाज़े, बांध ले इस ज़ुल्फो को अब कि कह...
-
आहटे कभी झूट बोला नहीं करती,वो तो अक्सर रूह को आवाज़ दिया करती है...मन्नतो की गली से निकल कर,हकीकत को इक नया नाम दिया करती है...बरकत देती ...