Tuesday 2 February 2016

हम सभी अपनी जिनदगी को अपने तरीके से जीने के सपने सॅजोते है..जब सपने टूूूटते
है,तो बहुत तकलीफ होती है..दोसतो पर जिनदगी हार मान जाने का नाम नही..इसी तकलीफ से.दरद से खुद को आजाद करे..अब इस जिनदगी को दूसरे अनदाज मे जिए..अपनी रूचियो को समय दे..खुद को समय दे..उन लोगो से बहुत दूर रहे,जो आप का सममान करना नही जानते...छोटी छोटी खुशियो मे जिनदगी को तलाश करे..फिर से जिए..जिनदगी किसी के बिना रूकती नही..बस जीने के मायने ही बदल जाते है..याद रखे...यह जिनदगी बहुत खूबसूरत है.......

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...