Wednesday 10 February 2016

चुना है तुम ने मुझे..बना कर मुहबबत अपनी..शहजादी हू तेरी..तेरी नूरे वफा..तूने

बुलाया है मुझे अपनी दुनिया मे..कोई खूबसूरत सी कहानी को जनम देने कके लिए..

अब आ ही गए है जब तेरी दुनिया मे..तुझे वो खुुशिया दे जाए गे..तेरे अनदर का जहा

अपने पयार से सजा जाए गे..

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...