Thursday 9 August 2018

आप तो आप है...खास नहीं बहुत खास है....तहजीब से बात करने की यह अदा,बात बात पे शुक्राना

करने की अदा...हम ठीक है फिर भी हमारा हाल जानने की वजह...पलके कभी नम जो हो गई,अपनी

ही पलकों पे बिठाने की अलग-अंदाज़े वजह....लोग कहते है,धरती पे भगवान् नहीं आते...आप को

देखा और लगा ऐसे फ़रिश्ते हुआ करते है ऐसे...बिना वजह जो ख़ुशी दे जाए..छोटी छोटी बातो पे जो

हंसा जाए...तभी तो हम ने कहा कि आप तो बस आप है...खास नहीं बहुत खास है...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...