Sunday 8 July 2018

मुहब्बत कितना करते है आप से,जान लुटाते है कितनी आप पे...आप की एक उदासी से परेशाँ हो जाते

है किसी खौफ से...नज़र ना लगे ज़माने की,बार बार नज़र उतारते है किसी अनजानी वजह के धयान

से...मुहब्बत जताने से जय्दा तो नहीं होती...बस परदे मे रहे इस ख्याल से,सज़दा भी करते है आप का

बिना बताए भगवान् से...इस से जय्दा आप को क्या कहे कि कितनी जान लुटाते है हम आप पे...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...