कहते है खामोशियाँ कभी बोला नहीं करती---पर हर ख़ामोशी मे तेरी आवाज़ क्यों सुनाई देती है----
बहुत देर गुफ्तगू होने के बाद,हर चीज़ खूबसूरत क्यों नज़र आती है---जिस्म हल्का हो जाता है,और
रूह सकून से भर जाती है---तेरे बाद किसी और के लिए वक़्त कहाँ होता है--गर्म हवाओ मे क्यों सर्द
मौसम का अहसास होता है---तेरे जाने के बाद क्यों गुफ्तगू करने का मन फिर हो आता है-----
बहुत देर गुफ्तगू होने के बाद,हर चीज़ खूबसूरत क्यों नज़र आती है---जिस्म हल्का हो जाता है,और
रूह सकून से भर जाती है---तेरे बाद किसी और के लिए वक़्त कहाँ होता है--गर्म हवाओ मे क्यों सर्द
मौसम का अहसास होता है---तेरे जाने के बाद क्यों गुफ्तगू करने का मन फिर हो आता है-----