बस तेरी दीवानी हू...तेरी ही इक कहानी हू---किरदार खास हू तेरी किताब का,लोग कहते है...मै
झाँसी की रानी हू---शाही जीवन जिया था कभी,शाही रुतबे मे रहते थे---नाज़ आज भी है खुद पे इतना
भरोसा रब पे भी है इतना,की मौत भी शाही पाए गे--टूट कर कभी जिया नहीं,फिर हर पल आंसू क्यों
टपकाए गे---तेरे नाम से जुड़ा है नाम मेरा,इस कहानी को रोशन कर के ही.... तेरे पास आए गे---
झाँसी की रानी हू---शाही जीवन जिया था कभी,शाही रुतबे मे रहते थे---नाज़ आज भी है खुद पे इतना
भरोसा रब पे भी है इतना,की मौत भी शाही पाए गे--टूट कर कभी जिया नहीं,फिर हर पल आंसू क्यों
टपकाए गे---तेरे नाम से जुड़ा है नाम मेरा,इस कहानी को रोशन कर के ही.... तेरे पास आए गे---