Friday 2 August 2019

हालातो ने ली करवट और हम कलाकार बन गए..लिखने पे आए तो एक शायर ही बन गए...मासूमो

ने दी दस्तक दर दे हमारे तो हम उन के मसीहा ही बन गए...अब कोई यह कहे कि सम्भालो हमारा

सम्मान,ना जी ना हम इतने अभी इस काबिल भी नहीं हुए...मामूली सी हस्ती है,नाचीज़ से इंसान...

मुस्कुरा कर क्या बोले तो क्या हम खुदा ही बन गए...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...