कहने को तुम नही मेरे,पर दिल के अरमान हो..रातो को जागते है तेरे लिए,बेशक तुम
इस से बेखबर..बेपरवाहे-जान हो--सजते है जब,सॅवरते है हम..आईने मे खुद को नही..
बस तुझी को निहारते है हम--कलाईयो मे है चूडिया..पर खनकाने के लिए ढूॅढते है बस
तेरे ही हाथ--तुझे इक नजऱ देखने के लिए..कभी तेरे आगे तो कभी पीछे पीछे चलते है
हम----
इस से बेखबर..बेपरवाहे-जान हो--सजते है जब,सॅवरते है हम..आईने मे खुद को नही..
बस तुझी को निहारते है हम--कलाईयो मे है चूडिया..पर खनकाने के लिए ढूॅढते है बस
तेरे ही हाथ--तुझे इक नजऱ देखने के लिए..कभी तेरे आगे तो कभी पीछे पीछे चलते है
हम----