आॅॅखो से बोलने की तेरी वो अदा..दिल को धडका धडका जाती है--मुुसकुरा कर सलाम
करने की खता..अकसर रूह को छू जाती है--तेरा जाना,फिर मुड मुड कर यू मुझे देखना
..मुहबबत की तडप याद दिला जाती है--बेकरारी मे गुजरते है दिन..रातो मे तेरा खवाबो
मे आना..मिलन की बातो को याद दिला जाती है--
करने की खता..अकसर रूह को छू जाती है--तेरा जाना,फिर मुड मुड कर यू मुझे देखना
..मुहबबत की तडप याद दिला जाती है--बेकरारी मे गुजरते है दिन..रातो मे तेरा खवाबो
मे आना..मिलन की बातो को याद दिला जाती है--