चॅचल हवा का इक झोका हू मै--महकती फिजाओ मे बहकता इक नायाब तोहफा हू मै--
ना बिखरू कभी,ना तडपू कभी,तनहाई है कया..ना जानू कभी--ऐतबार कर तू मुझ पे
इतना कि तेरी ही जिॅदगी को सकून देने वाला ईमान हू मै--नजऱ भर उठा कर देख लो
मुुझ को..तेरेे ही दरदेे-दिल की दवा हू मै....दवा हूू मै---
ना बिखरू कभी,ना तडपू कभी,तनहाई है कया..ना जानू कभी--ऐतबार कर तू मुझ पे
इतना कि तेरी ही जिॅदगी को सकून देने वाला ईमान हू मै--नजऱ भर उठा कर देख लो
मुुझ को..तेरेे ही दरदेे-दिल की दवा हू मै....दवा हूू मै---