शामिल हो धडकनो मे मेरी पर जजबाते-खास नही हो...रहते हो रूह के करीब पर मेरी
जान नही हो..देते है दुआए तुम को लेकिन जाने-रूखसार नही हो..दुनिया सवाल उठाती
है हमारे रिशते पे पर सवालो के भॅवर मेे फॅसे,,तुुम कसूरवार नही हो..बस इक रिशता है
इबादत के वादो का...टुकडो मे बॅटे कही हम तो कही तुम .....नही हो....
जान नही हो..देते है दुआए तुम को लेकिन जाने-रूखसार नही हो..दुनिया सवाल उठाती
है हमारे रिशते पे पर सवालो के भॅवर मेे फॅसे,,तुुम कसूरवार नही हो..बस इक रिशता है
इबादत के वादो का...टुकडो मे बॅटे कही हम तो कही तुम .....नही हो....