खूबसूरत नज़ारो ने इक इशारा सा दिया...इन धड़कनो को तेरा होने पे मजबूर किया---मदहोश
हवाएं तेरा साथ पाने के लिए गुनगुनाया करती है----चाँद के आने से पहले तुझी से इक छोटी सी
गुजारिश करती है---सदियों के लिए अपना बना ले मुझ को,किसी की नज़र ना लगे अपने सीने मे
छुपा ले मुझ को----दरख़्तों की छाँव मे इक आवाज़ सी आती है,तू किसी और का नहीं मेरा अपना
है---शाख से टूट कर इन पत्तो ने मुझे यह एहसास दिया----
हवाएं तेरा साथ पाने के लिए गुनगुनाया करती है----चाँद के आने से पहले तुझी से इक छोटी सी
गुजारिश करती है---सदियों के लिए अपना बना ले मुझ को,किसी की नज़र ना लगे अपने सीने मे
छुपा ले मुझ को----दरख़्तों की छाँव मे इक आवाज़ सी आती है,तू किसी और का नहीं मेरा अपना
है---शाख से टूट कर इन पत्तो ने मुझे यह एहसास दिया----