Tuesday, 20 February 2018

तेरी रज़ा ना सही मगर तू मेरे जीने की वजह तो है....हज़ारो सितारों के बीच,इक झिलमिलाता नन्हा

सा सितारा तो हू.....रौशन तेरा जहाँ बेशक ना कर पाऊ कभी,मगर तुझे दुनिया की गुस्ताख़ नज़रो

से बचाने का इरादा तो है....तुझ पे लुटाने के लिए दौलत के ख़ज़ाने नहीं है मगर,तेरे लिए खुशियों

की दुआएं क़बूल करवा लू....इतनी शिदत तो मेरी इबादत मे है .... हर जनम तेरी रज़ा भले ना

हो,मगर हर जनम सिर्फ तेरे लिए लू,यह गुजारिश तो आज भी है.....

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...