तू भूल जा ..कभी चाहा था मुझे-----तू भूल जा कि मुझी से मुझी को मांगा था कभी----यादो के
झुरमुट मे आज भी एक आवाज़ सुनाई देती है मुझे,फ़ना हो जाना है तेरे लिए जन्मो जनम खुदा की
खुदाई के लिए---आज भी अँगड़ाइयाँ लेती है ख्वाइशों की मचलती हुई बेताबियाँ,खुदा ग़वाह है उन
रोशन दिनों की गुफ्तगू का आज भी---नम हो जाती है यह पलके सब याद कर के---फिर भी तुझे वास्ता
देते है'''कि भूल जा तूने कभी चाहा था मुझे-----
झुरमुट मे आज भी एक आवाज़ सुनाई देती है मुझे,फ़ना हो जाना है तेरे लिए जन्मो जनम खुदा की
खुदाई के लिए---आज भी अँगड़ाइयाँ लेती है ख्वाइशों की मचलती हुई बेताबियाँ,खुदा ग़वाह है उन
रोशन दिनों की गुफ्तगू का आज भी---नम हो जाती है यह पलके सब याद कर के---फिर भी तुझे वास्ता
देते है'''कि भूल जा तूने कभी चाहा था मुझे-----