अपनी रूह मे बसाया है नाम तेरा..तू मुझे चाहे ना चाहे,यह काम बस है तेरा.....दौलत
नही माॅगी तुझ से..ना चाहे ऐशो-आराम...मेरी इबादत मे बस तुम रहे सुबह शाम...कया
कहती है दुनियाॅ,यह समझना अब नही मेरा काम.इसीलिए तो रूह पे लिखा है तेरा नाम
.. यह तन तो मिट जाए गा,पर इसी रूह के साथ ले जाए गे तेरा नाम.......
नही माॅगी तुझ से..ना चाहे ऐशो-आराम...मेरी इबादत मे बस तुम रहे सुबह शाम...कया
कहती है दुनियाॅ,यह समझना अब नही मेरा काम.इसीलिए तो रूह पे लिखा है तेरा नाम
.. यह तन तो मिट जाए गा,पर इसी रूह के साथ ले जाए गे तेरा नाम.......