वो पूछते है अक्सर हम से,कितनी मुहब्बत है मुझ से---फैला है आसमाँ जितना या गहरी है ज़मी
जितनी---हद मेरे प्यार की बताओ-- है कहाँ तक---सवाल उन के पे हम हँस दिए--कहाँ इतना सिर्फ----
हर सांस के बाद,हर सांस तक--याद करते है तुझे ---हद का तो खुद को भी पता नहीं--लहू की हर
बून्द मे बहता है बस नाम तेरा--खामोश रहे तो भी नाम लेते है तेरा-----
जितनी---हद मेरे प्यार की बताओ-- है कहाँ तक---सवाल उन के पे हम हँस दिए--कहाँ इतना सिर्फ----
हर सांस के बाद,हर सांस तक--याद करते है तुझे ---हद का तो खुद को भी पता नहीं--लहू की हर
बून्द मे बहता है बस नाम तेरा--खामोश रहे तो भी नाम लेते है तेरा-----