यादो के भॅवर मे आज फिर उलझे और जी भर कर रो दिए...तडप ने फिर इतना
तडपाया कि सीने के जखम फिर उधड गए..आॅखे बरसा रही है आॅसू और हम गालो पे
अशको को महसूस करते रहे..करते रहे...दरद जो इतना जानलेवा है कि बताने के लिए
किसी काॅधे का इॅतजाऱ करते रहे...अकेले है बहुत ही तनहा है..यादो को सीने से लगा
कर मौत को बुलाते रहेे..बस बुलातेे ही रहे...
तडपाया कि सीने के जखम फिर उधड गए..आॅखे बरसा रही है आॅसू और हम गालो पे
अशको को महसूस करते रहे..करते रहे...दरद जो इतना जानलेवा है कि बताने के लिए
किसी काॅधे का इॅतजाऱ करते रहे...अकेले है बहुत ही तनहा है..यादो को सीने से लगा
कर मौत को बुलाते रहेे..बस बुलातेे ही रहे...