तेरा मान रखने के लिए,तुझे सदा पास अपने रखने के लिए----तेरी गुफ्तगू को हमराज़ बनाया है मैंने
धड़कने कभी जो रुकने को हुई,तेरी बाहों के घेरे को अपना सरताज बनाया है मैंने----खवाब जो रह गए
अधूरे,मन्नते जो पूरी हुई नहीं,उन को बसाने के लिए तेरी ही मुहब्बत को परवान बनाया है हम ने----
टुकड़े कभी इस दिल के ना हो जाए,तेरे दिल को इस की हिफाज़त के लिए पास रख लिया हम ने----
धड़कने कभी जो रुकने को हुई,तेरी बाहों के घेरे को अपना सरताज बनाया है मैंने----खवाब जो रह गए
अधूरे,मन्नते जो पूरी हुई नहीं,उन को बसाने के लिए तेरी ही मुहब्बत को परवान बनाया है हम ने----
टुकड़े कभी इस दिल के ना हो जाए,तेरे दिल को इस की हिफाज़त के लिए पास रख लिया हम ने----